“22 जनवरी 2025 को भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 984 अंक गिरकर 77,690 पर और निफ्टी 324 अंक टूटकर 23,559 पर बंद हुआ। जानें गिरावट के कारण, सेक्टर्स पर असर और निवेशकों के लिए जरूरी सलाह।”
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भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट: क्या है वजह?
22 जनवरी 2025 को भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखी गई। सेंसेक्स 984 अंकों की गिरावट के साथ 77,690 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 324 अंक टूटकर 23,559 पर आ गया। इस गिरावट से निवेशकों को ₹6 लाख करोड़ का भारी नुकसान हुआ।
आम निवेशक से लेकर बड़े फंड मैनेजर्स तक, हर कोई चिंतित है। इस लेख में हम सरल शब्दों में जानेंगे कि इस गिरावट के पीछे क्या कारण हैं, किन सेक्टर्स पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ा और निवेशकों को आगे क्या करना चाहिए।
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट के कारण
- विदेशी निवेशकों की बिकवाली
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने हाल के दिनों में भारतीय बाजार में बड़े पैमाने पर बिकवाली की है। इससे बाजार पर दबाव बढ़ा और गिरावट देखने को मिली।
- वैश्विक बाजार का असर
अमेरिका और यूरोप के बाजारों में अस्थिरता का असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर बढ़ाने की संभावना ने निवेशकों को सतर्क कर दिया है।
- कमजोर कॉरपोरेट नतीजे
कई प्रमुख भारतीय कंपनियों के तिमाही नतीजे उम्मीदों से कमजोर रहे, जिससे निवेशकों का भरोसा कमजोर हुआ।
- महंगाई और रुपये में गिरावट
रुपये की कमजोरी और बढ़ती महंगाई ने भी बाजार की गिरावट में योगदान दिया।
किन सेक्टर्स पर पड़ा सबसे ज्यादा असर?

- बैंकिंग और फाइनेंस सेक्टर
बैंकिंग सेक्टर में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई। बैंक निफ्टी में 2.5% की गिरावट आई। एसबीआई, एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक जैसे बड़े बैंकों के शेयर लाल निशान में बंद हुए।
- आईटी सेक्टर
आईटी कंपनियों के शेयर भी इस गिरावट से नहीं बच पाए। इंफोसिस, टीसीएस और विप्रो जैसे बड़े नामों में कमजोरी देखी गई।
- मेटल और ऑटो सेक्टर
मेटल और ऑटो सेक्टर पर भी गिरावट का असर पड़ा। टाटा स्टील और महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसे शेयरों में भारी गिरावट हुई।
- मिडकैप और स्मॉलकैप
निफ्टी मिडकैप 100 और स्मॉलकैप 100 इंडेक्स में क्रमशः 2.64% और 2.96% की गिरावट हुई।
सेंसेक्स और निफ्टी के आंकड़े
सेंसेक्स के 30 में से 27 स्टॉक्स गिरावट के साथ बंद हुए। इन प्रमुख शेयरों ने सबसे ज्यादा नुकसान उठाया:
रिलायंस इंडस्ट्रीज
कोटक महिंद्रा बैंक
एचडीएफसी बैंक
टाटा स्टील
निफ्टी के टॉप लूजर्स में महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फिनसर्व और जेएसडब्ल्यू स्टील जैसे स्टॉक्स शामिल रहे।
निवेशकों के लिए सलाह

- घबराएं नहीं
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट एक सामान्य प्रक्रिया है। जल्दबाजी में अपने निवेश बेचने की बजाय धैर्य रखें।
- फंडामेंटल मजबूत शेयर चुनें
मजबूत फंडामेंटल वाले शेयरों को चुनें और बाजार की गिरावट का फायदा उठाएं।
- पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई करें
अपने निवेश को अलग-अलग सेक्टर्स में फैलाएं। यह नुकसान को कम करने में मदद करता है।
- स्टॉप-लॉस का इस्तेमाल करें
ट्रेडिंग करते समय स्टॉप-लॉस का उपयोग करें ताकि बड़े नुकसान से बचा जा सके।
- विशेषज्ञ से सलाह लें
यदि आप बाजार के उतार-चढ़ाव से परेशान हैं, तो किसी वित्तीय सलाहकार से संपर्क करें।
दीर्घकालिक निवेशकों के लिए यह मौका हो सकता है
बाजार में गिरावट हमेशा बुरी खबर नहीं होती। यह दीर्घकालिक निवेशकों के लिए अच्छे स्टॉक्स खरीदने का सही समय हो सकता है। बाजार में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों में निवेश करें और धैर्य बनाए रखें।
निष्कर्ष
आज की गिरावट ने निवेशकों को सतर्क कर दिया है। हालांकि, यह गिरावट उन लोगों के लिए एक अवसर हो सकती है जो दीर्घकालिक नजरिए से सोचते हैं। बाजार में निवेश करते समय धैर्य और समझदारी से काम लेना जरूरी है।
नोट: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से है। किसी भी निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।